पेश ए खिदमत है ...
मेरी झुन्झुलाहाटों का ये अजीब मंजर था !
मेरे दिल पे मेरा अपना ही खंजर था !
जिन दरख्तों से रोशन था मेरा बागीचा ..
मैं उनसे फासला करके मुड़ा तो सब बंजर था !
दरख्तों= पेड़ (tree)
कुमार विकास ......
मेरी झुन्झुलाहाटों का ये अजीब मंजर था !
मेरे दिल पे मेरा अपना ही खंजर था !
जिन दरख्तों से रोशन था मेरा बागीचा ..
मैं उनसे फासला करके मुड़ा तो सब बंजर था !
दरख्तों= पेड़ (tree)
कुमार विकास ......